पाठ्य विषय
स्नातक स्तर पर पर्यावरण शिक्षा अनिवार्य विषय होगा जिसमें उत्तीर्ण होने पर ही स्नातक उपाधि प्राप्त करना सम्भव होगा । स्नातक स्तर कला संकाय के सात विषय :-
- हिन्दी
- अंग्रेजी
- संस्कृत
- समाजशास्त्र
- राजनीतिशास्त्र
- भूगोल
- गृहविज्ञान
विषय के अतिरिक्त वर्तमान सत्र में शिक्षा शास्त्र एवं प्राचीन इतिहास विषय तथा बी० एड० भी प्रस्तावित है।
बी० ए० प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को उपर्युक्त विषयो में से वरीयता क्रम में किन्ही पाँच विषयो का उल्लेख आवेदन पत्र में करना होगा जिसमे से आवंटित तीन विषयो में अध्ययन की अनुमति होगी |
प्राचीन इतिहास एवं भूगोल में से किसी एक का ही अध्ययन सम्भव होगा | भूगोल विषय केवल वे छात्र पढ़ सकेंगे, जिन्होंने इण्टरमीडिएट की परीक्षा भूगोल विषय से उत्तीर्ण किया होगा, परन्तु विज्ञान के छात्रा इस प्रतिबन्ध से मुक्त होगे |
विषय परिवर्तन :-
विश्वविद्यालय के मानकानुसार प्रवेश प्राप्त कर लेने के बाद यदि कोई छात्र अपना विषय परिवर्तन करना चाहता है तो उसे सम्बन्धित विषयों के विभागाध्यक्ष एवं प्राचार्य की लिखित अनुमति प्राप्त करनी होगी । विषय परिवर्तन फार्म जमा करने से पूर्व ही सम्भव होगा । गैर-प्रयोगात्मक विषयों से प्रयोगात्मक विषयों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को निर्धारित प्रयोगात्मक शुल्क जमा करने के बाद ही विषय परिवर्तन हो सकेगा । प्रयोगात्मक विषय छोड़कर गैर-प्रयोगात्मक विषय लेने वाले छात्रों को किसी भी दशा में प्रयोगात्मक शुल्क की वापसी सम्भव न हो सकेगी ।
प्रवेश के लिए आवंटित विषयों के अतिरिक्त परीक्षा में उन्हें सम्मिलित होने की अनुमति प्राप्त नहीं हो सकेगी ।
विद्यार्थियों की संख्या (2012-13)
B.A. Part I - 632 विद्यार्थी
B.A. Part II - 343 विद्यार्थी
B.A. Part III - 193 विद्यार्थी
सम्पूर्ण योग = 1168 विद्यार्थी