साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्रिया-कलाप
महाविद्यालय के छात्रों के स्वतन्त्र एवं व्यवस्थित चिंतन, कलात्मक अभिरुचि,रचनात्मक प्रवृत्ति यथा लेखन, वाक्-शक्ति के उन्नयन तथा इसी प्रकार के अन्य रचनात्मक गुणों के संविकास के लिए पर्याप्त अवसर एवं सुविधाएँ है | इसके आयोजन एवं क्रियान्वन हेतु महाविद्यालय में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परिषद के तत्तवाधान में समय-समय पर सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का प्राविधान है | इच्छुक छात्र परिषद के संयोजक से सम्पर्क कर उनकी अनुमति से तत्सम्बन्धी कार्यक्रमों के आयोजन में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सकते है | छात्रों की सृजनात्मक प्रतिभा के उन्नयन में महाविद्यालय कि पत्रिका "जिजीविषा" का महत्वपूर्ण योगदान है |
राष्ट्रीय सेवा योजना (प्रस्तावित)
भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मन्त्रालय के युवा कार्य विभाग के सौजन्य से महाविद्यालय में इस योजना की एक इकाई (100 छात्र ) स्थापित होगी, जिसका प्रमुख उद्देश्य शिक्षा के साथ राष्ट्र-सेवा है |समय-समय पर राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से शिविर लगाकर वृक्षारोपण, मलिन बस्तियों की सफाई एवं मार्ग निर्माण जैसी सार्वजनिक हित के कार्य किये जाते है | इस योजना में सहभागिता के इच्छुक छात्रों को महाविद्यालय में प्रवेश पाने के बाद निर्धारित आवेदन-पत्र भर कर राष्ट्रीय सेवा योजना में जमा करना होगा |इकाई में प्रतिवर्ष छात्रों का चयन साक्षात्कार के आधार प़र एक समिति द्वारा किया जाता है, जिससे केवल स्नातक स्तर के छात्र ही सदस्य (स्वयं सेवक) चुने जाते है | प्रथम एवं द्वितीय वर्ष में 120-120 घंटे सार्वजनिक सेवा कार्य करने वाले छात्रो को दो वर्षो की अविच्छिन्न सदस्यता अवधि पूरा करने पर प्रमाण पत्र दिए जाते है |
रोवर्स एवं रेन्जर्स
महाविद्यालय में छात्र/छात्राओं के शिक्षणेत्तर क्रिया-कलापों को संवर्द्धानार्थ रोवर्स एवं रेन्जर्स ( स्काउटिंग ) की इकाई कार्यरत है | जिससे ५० छात्र/छात्राओं की प्रतिभागिता निर्धारित है | इससे प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी महाविद्यालय में प्रवेश पाने के बाद रोवर्स लीडर से प्रार्थना-पत्र प्राप्त करके साक्षात्कार के प्रवेश प्राप्त कर सकते है |
पेयजल एवं शौचालय
महाविद्यालय के परिसर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था करायी गई है | विद्यालय में छात्र एवं छात्राओं के उपयोग के लिए स्वच्छ शौचालयों की अलग-अलग पर्याप्त व्यवस्था है |